Tuesday 16 September 2014

MAA...!!!

दर्द तो बहुत हुआ होगा तुझको
इस दुनिया में लाना था मुझको
आँखे खुली तो कुछ डर सा गया
पर सबसे पहले पुकारा था तुझको
मेरी हर ख्वाहिश का ख्याल रखती तू
टिफ़िन में आलू के पराठे भी देती तू
नए पुराने दोस्तों से मिलवाती तू
कभी कभी तो मेरे लिए लड़ भी जाती तू
मेरी गलतियों को नज़रंदाज़ करते रहना
और यू ही सदा मुझसे प्यार करते रहना
माना बच्चा हूँ रुला सकता हूँ तुझको
पर हसने के लिए भी तैयार रहना
तेरे खाने के स्वाद को कभी नहीं भूलूंगा
तेरे साथ मस्तियो पर भी हँसा करूँगा
लगता है पिछले जन्म में कुछ अच्छा किया होगा
किस्मत से मिली है तू तेरा ख्याल रखूँगा ..

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